Buddha Temple Dehradun History In Hindi :- बुद्ध मंदिर, जिसे तिब्बती बौद्ध मंदिर या फिर माइंड्रोलिंग मठ (Mindrolling Monastery) के नाम से भी जाना जाता है भारत के देव भूमि उत्तराखंड राज्य के देहरादून शहर में स्थित एक प्रमुख तिब्बती बौद्ध स्थल है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। बल्कि अपनी हर एक अद्वितीय वास्तुकला और शांतिपूर्ण वातावरण के कारण भी बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। इस मंदिर में आकर मन को बड़ी शांति मिलती है। दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको Buddha Temple Dehradun बुद्धा टेम्पल के इतिहास, महत्व, वास्तुकला, और सरचना के बारे में विस्तृत से पूरी जानकारी देने वाले है।

Buddha Temple Dehradun History In Hindi

Table of Contents

Buddha Temple History and Establishment in Hindi बुद्ध मंदिर का इतिहास और स्थापना

भगवान बुद्ध का यह मंदिर जिसे माइंड्रोलिंग मठ (Mindrolling Monastery) भी कहा जाता है। यह मंदिर देहरादून के सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक है। जो देहरादून के क्लेमेंट टाउन में स्थित है। यह मंदिर एक अत्यंत प्रसिद्ध तिब्बती धार्मिक स्थल है। भारत में तिब्बती संस्कृति को संरक्षित और बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस मंदिर Buddha Temple Dehradun का निर्माण सन्न 1965 के अंत में कोचेन रिनपोछे और कुछ अन्य भिक्षुओं द्वारा कराया गया था। इस बुद्ध मंदिर का मुख्य उद्देश्य बौद्ध धर्म से धार्मिक और अपनी सांस्कृतिक समझ की रक्षा करना है। यह तिब्बत के मूल मंदिर मठ की प्रतिकृति है। इसे चार तिब्बती धर्म विद्यालयों में से एक के रूप में बनाया गया था और इसका नाम ‘न्यिंग्मा’ या पुराना अनुवाद विद्यालय रखा गया था।Buddha Temple Dehradun History In Hindi

अन्य तीन विद्यालय भी हैं।

  • सक्या
  • कागी
  • गेलुक

बुद्ध मंदिर का इतिहास और स्थापना

  1. स्थापना वर्ष: 1965
  2. स्थापना के उद्देश्य: यह मठ तिब्बती बौद्ध धर्म के पुनरुद्धार, शिक्षा, और तिब्बती संस्कृति के संरक्षण के उद्देश्य से स्थापित किया गया था।
  3. संस्थापक: माइंड्रोलिंग मठ की स्थापना कोचेन रिनपोछे और अन्य तिब्बती लामाओं ने की थी, जो 1959 में तिब्बत पर चीनी आक्रमण के बाद भारत आ गए थे।

Background of Mindrolling Monastery माइंड्रोलिंग मठ की पृष्ठभूमि

  • मूल मठ: माइंड्रोलिंग मठ का मूल संस्थान तिब्बत में 1676 में तेरटन रिनपोछे द्वारा स्थापित किया गया था। यह निंगमा पंथ के छह प्रमुख मठों में से एक है और तिब्बती बौद्ध धर्म के अध्ययन और साधना का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
  • तिब्बत से निर्वासन: 1959 में तिब्बत पर चीनी आक्रमण के बाद, कई तिब्बती भिक्षु और धर्मगुरु भारत में शरणार्थी के रूप में आ गए और उन्होंने विभिन्न स्थानों पर तिब्बती बौद्ध धर्म के नए केंद्र स्थापित किए। देहरादून में Buddha Temple Dehradun माइंड्रोलिंग मठ उन्हीं में से एक है।Buddha Temple Dehradun History In Hindi

माइंड्रोलिंग मठ, जिसे अंग्रेजी में “Mindrolling Monastery” के रूप में जाना जाता है, एक प्रमुख तिब्बती बौद्ध धार्मिक स्थल है जो देहरादून, उत्तराखंड, भारत में स्थित है। यह मठ 17वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था और तिब्बती बौद्ध धर्म के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में माना जाता है।

माइंड्रोलिंग मठ का निर्माण ग्यालवान् रिंपोचे द्वारा किया गया था। इस मठ का उद्दीपन करने वाले गुरु का नाम ग्यालवान् रिन्चनम्बा था। यह मठ भगवान बुद्ध के महामहिम पद्मसंभव के स्मरणार्थ निर्मित किया गया था। माइंड्रोलिंग मठ ने सालों के दौरान विभिन्न संस्कृति, शिक्षा, और धार्मिक गतिविधियों का समर्थन किया है। यहाँ तिब्बती धर्म, साहित्य, कला, और विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान का काम किया जाता है।Buddha Temple Dehradun History In Hindi

माइंड्रोलिंग मठ अपने शैक्षिक योगदान के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ तिब्बती धर्म के अध्ययन के साथ-साथ, संगीत, कला, और अन्य सांस्कृतिक क्रियाओं का भी महत्वपूर्ण स्थान है। मठ में विशाल पुस्तकालय, विभिन्न ध्यानशालाएं, संग्रहालय, और स्थानीय बाजारों में बिकने वाली बौद्ध सामग्री का एक बड़ा संग्रहालय है।

इसके अलावा, माइंड्रोलिंग मठ का सुंदर वास्तुकला, विशाल मंदिर, और उनके विभिन्न शास्त्रीय प्रशिक्षण केंद्रों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ पर बौद्ध तंत्र, महायान बौद्ध धर्म, और ध्यान के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

भगवान बुद्ध के महामहिम पद्मसंभव के इस आध्यात्मिक केंद्र के रूप में, माइंड्रोलिंग मठ ध्यान, धर्म और शांति के एक आदर्श स्थल के रूप में जाना जाता है।

Architecture and Structure of Buddha Temple बुद्ध मंदिर की वास्तुकला और संरचना

बुद्ध मंदिर Buddha Temple Dehradun अपनी अद्भुत वास्तुकला, आकर्षक आंतरिक सज्जा और गौतम बुद्ध के जीवन को दर्शाने वाले रंगीन भित्तिचित्रों के लिए लोकप्रिय है। ग्रेट स्तूप बुद्ध मंदिर के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। इसका उद्घाटन 2002 में किया गया था। इस महान स्तूप की कलाकृति बौद्ध कला का चमत्कार है। इसकी ऊंचाई लगभग 220 फीट और चौड़ाई 100 वर्ग फीट है। इस मंदिर का अपना प्राथमिक और माध्यमिक बौद्ध विद्यालय, अतिथि गृह और एक सामुदायिक प्रार्थना कक्ष है।Buddha Temple Dehradun History In Hindi

  • वास्तुकला: माइंड्रोलिंग मठ की वास्तुकला पारंपरिक तिब्बती शैली में है। इसका डिजाइन और संरचना तिब्बती बौद्ध धर्म के प्रतीकों और सिद्धांतों को दर्शाती है।
  • मुख्य स्तूप: यहाँ स्थित मुख्य स्तूप (Great Stupa) 185 फीट ऊंचा है और इसे विश्व में सबसे ऊंचे स्तूपों में से एक माना जाता है। यह स्तूप बौद्ध धर्म की प्रमुख शिक्षाओं और सिद्धांतों का प्रतीक है।
  • आंतरिक सजावट: मंदिर की आंतरिक सजावट बहुत ही आकर्षक है, जिसमें विभिन्न बौद्ध देवताओं की मूर्तियाँ, रंगीन चित्रण, और धार्मिक ग्रंथ शामिल हैं।

Religious and Cultural Importance of Buddha Temple बुद्ध मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

  • शिक्षा केंद्र: माइंड्रोलिंग मठ एक महत्वपूर्ण शैक्षिक केंद्र है, जहां तिब्बती बौद्ध धर्म, दर्शन, और संस्कृति की शिक्षा दी जाती है। यहाँ पर तिब्बती बौद्ध भिक्षुओं के लिए विस्तृत पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण कार्यक्रम होते हैं।
  • प्रार्थना और ध्यान: मठ में नियमित रूप से प्रार्थना, ध्यान, और धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं, जो न केवल भिक्षुओं के लिए बल्कि स्थानीय और विदेशी श्रद्धालुओं के लिए भी खुले होते हैं।
  • सांस्कृतिक गतिविधियाँ: यहाँ पर विभिन्न तिब्बती सांस्कृतिक कार्यक्रम और उत्सव भी मनाए जाते हैं, जो तिब्बती संस्कृति और धर्म को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में मदद करते हैं।Buddha Temple Dehradun History In Hindi

Role of Buddha Temple in Modern Times बुद्धा टेम्पल में आधुनिक समय में भूमिका

आज के समय में, बुद्ध मंदिर देहरादून Buddha Temple Dehradun न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि पर्यटन स्थल के रूप में भी महत्वपूर्ण है। यहाँ आने वाले पर्यटक न केवल मंदिर की सुंदरता का आनंद लेते हैं, बल्कि बौद्ध धर्म की शिक्षाओं और तिब्बती संस्कृति के बारे में भी जानकारी प्राप्त करते हैं।

Buddha Temple is Famous for many Reasons बुद्ध मंदिर कई कारणों से प्रसिद्ध है

बुद्ध मंदिर अपने कई कारणों से बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर की विशेषताएँ और आकर्षण इसे एक महत्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटन स्थल बनाते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख कारण दिए जा रहे हैं जिनकी वजह से यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है।Buddha Temple Dehradun History In Hindi

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1. अद्वितीय वास्तुकला
माइंड्रोलिंग मठ की वास्तुकला पारंपरिक तिब्बती शैली में है, जो इसे अन्य मंदिरों से अलग बनाती है। इसकी संरचना, रंगीन चित्रण, भव्य मूर्तियाँ और सुंदर स्तूप दर्शकों को आकर्षित करते हैं।

2. मुख्य स्तूप
यहाँ स्थित मुख्य स्तूप 185 फीट ऊंचा है और इसे विश्व में सबसे ऊंचे स्तूपों में से एक माना जाता है। इस स्तूप का निर्माण 2002 में पूरा हुआ था और यह बौद्ध धर्म की प्रमुख शिक्षाओं और सिद्धांतों का प्रतीक है।

3. धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
माइंड्रोलिंग मठ तिब्बती बौद्ध धर्म का एक प्रमुख केंद्र है, जहाँ विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान, प्रार्थना, ध्यान और सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। यह मठ तिब्बती संस्कृति और धर्म को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।Buddha Temple Dehradun History In Hindi

4. शिक्षा और प्रशिक्षण
माइंड्रोलिंग मठ एक महत्वपूर्ण शैक्षिक केंद्र है, जहाँ तिब्बती बौद्ध धर्म, दर्शन और संस्कृति की शिक्षा दी जाती है। यहाँ तिब्बती भिक्षुओं के लिए विस्तृत पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण कार्यक्रम होते हैं, जो उन्हें धर्म की गहरी समझ और साधना में मदद करते हैं।

5. शांतिपूर्ण वातावरण
मंदिर का शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण लोगों को आकर्षित करता है। यहाँ का वातावरण ध्यान, योग और मानसिक शांति के लिए आदर्श है, जो इसे एक लोकप्रिय स्थान बनाता है।

6. पर्यटकों के लिए आकर्षण
माइंड्रोलिंग मठ पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है। यहाँ का सुंदर बगीचा, पुस्तकालय, और कैफेटेरिया पर्यटकों को एक आरामदायक और जानकारीपूर्ण अनुभव प्रदान करते हैं। पर्यटक यहाँ की वास्तुकला, मूर्तियों और धार्मिक अनुष्ठानों का आनंद लेते हैं।

7. तिब्बती संस्कृति का संरक्षण
माइंड्रोलिंग मठ तिब्बती शरणार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यहाँ पर विभिन्न तिब्बती सांस्कृतिक कार्यक्रम और उत्सव मनाए जाते हैं, जो तिब्बती संस्कृति और धर्म को जीवित रखने और फैलाने में मदद करते हैं।Buddha Temple Dehradun History In Hindi

8. गुरु पद्मसंभव की विशेष पूजा
गुरु पद्मसंभव, जिन्हें गुरु रिनपोछे भी कहा जाता है, निंगमा पंथ में विशेष रूप से सम्मानित हैं। उनकी पूजा और उनके जीवन से जुड़ी शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार इस मंदिर में विशेष रूप से किया जाता है।

9. बुद्ध मंदिर में स्वास्थ्य क्लिनिक और माध्यमिक बौद्ध विद्यालय
इस मंदिर का अपना स्वास्थ्य क्लिनिक, प्राथमिक और माध्यमिक बौद्ध विद्यालय, अतिथि गृह और एक सामुदायिक प्रार्थना कक्ष भी है।

10. बुद्ध मंदिर में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स
बुद्ध मंदिर में एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी है जहा से आप बौद्ध सांस्कृतिक से जुडी चीज़े भी खरीद सकते है। यह बौद्ध मंदिर भारत के सबसे बड़े बौद्ध केंद्रों में से एक है।

Buddha Temple Dehradun in Brief  बुद्धा टेम्पल देहरादून संक्षेप में

बुद्ध मंदिर, देहरादून Buddha Temple Dehradun (माइंड्रोलिंग मठ) तिब्बती बौद्ध धर्म का एक प्रमुख केंद्र है, जिसने तिब्बती शरणार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल के रूप में भूमिका निभाई है। इसकी स्थापत्य कला, धार्मिक महत्व और शांति का वातावरण इसे एक अद्वितीय स्थल बनाते हैं, जो लोगों को आध्यात्मिकता और शांति की ओर आकर्षित करता है।Buddha Temple Dehradun History In Hindi

Best time to visit Buddha Temple बुद्ध मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय

मौसम के आधार पर सबसे अच्छा समय

  1. मार्च से जून (वसंत और गर्मी):
    • यह समय देहरादून में मौसम बहुत सुखद होता है। तापमान सामान्यतः 20°C से 35°C के बीच रहता है, जो घूमने के लिए आदर्श है।
    • इन महीनों में आप मंदिर की सुंदरता और आसपास के प्राकृतिक दृश्यों का पूरा आनंद ले सकते हैं।
  2. सितंबर से नवंबर (शरद ऋतु):
    • इस समय मौसम फिर से सुखद हो जाता है। तापमान 15°C से 25°C के बीच रहता है, जो आरामदायक होता है।
    • बारिश की संभावना कम होती है, इसलिए आप बिना किसी बाधा के अपने दौरे का आनंद ले सकते हैं।Buddha Temple Dehradun History In Hindi

त्योहारों और विशेष आयोजनों के आधार पर सबसे अच्छा समय

  1. लोसार (तिब्बती नव वर्ष):
    • लोसार तिब्बती बौद्ध धर्म का प्रमुख त्योहार है, जो आमतौर पर फरवरी या मार्च में मनाया जाता है।
    • इस समय मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जो बहुत ही रंगारंग और जीवंत होते हैं। यह समय मंदिर की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को करीब से देखने का उत्तम अवसर प्रदान करता है।
  2. बुद्ध पूर्णिमा:
    • यह भगवान बुद्ध की जयंती है और इसे वैशाख माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
    • इस दिन मंदिर में विशेष पूजा और अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होते हैं।
  3. गुरु पद्मसंभव की जयंती:
    • गुरु पद्मसंभव, जिन्हें गुरु रिनपोछे भी कहा जाता है, की जयंती मंदिर में विशेष रूप से मनाई जाती है।
    • इस अवसर पर विशेष पूजा, अनुष्ठान और धार्मिक प्रवचन होते हैं, जो इस समय मंदिर का दौरा करने के लिए एक विशेष आकर्षण होते हैं।

How to reach Buddha Temple Dehradun बुद्धा टेम्पल देहरादून कैसे पहुंचे

देखिए अगर आप बुद्धा टेम्पल आना चाहते है। तो सबसे पहले आपको देहरादून आना होगा जो सड़क मार्ग, रेल मार्ग, और वायु मार्ग इन तीनो से जुड़ा हुआ है।

सड़क मार्ग द्वारा : – अगर आप सड़क मार्ग के द्वारा आना चाहते है तो सबसे पहले आपको देहरादून के बस अड्डे ISBT आना होगा जो दिल्ली, चंडीगढ़, ऋषिकेश, हरिद्वार से डायरेक्ट जुड़ा हुआ है। ISBT से बुद्धा टेम्पल की दुरी लगभग 4.5 किलोमीटर की है। जो की देहरादून के क्लेमन टाउन जगह पर पड़ता है। ISBT से आपको बुद्धा टेम्पल देहरादून Buddha Temple Dehradun के लिए डायरेक्ट ऑटो मिल जायँगे।

रेल मार्ग द्वारा :- अगर आप रेल मार्ग के द्वारा आना चाहते है तो सबसे पहले आपको देहरादून के रेलवे स्टेशन आना होगा। जो दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, ऋषिकेश, हरिद्वार से डायरेक्ट जुड़ा हुआ है। देहरादून रेलवे स्टेशन से बुद्धा टेम्पल देहरादून Buddha Temple Dehradun की दुरी 9.5 लगभग किलोमीटर की है। रेलवे स्टेशन से आपको बुद्धा टेम्पल देहरादून Buddha Temple Dehradun के लिए डायरेक्ट ऑटो या टैक्सी मिल जाएगी।

वायु मार्ग द्वारा :- अगर आप हवाई जहाज के जरिये देहरादून आना चाहते है। तो सबसे पहले आपको जोली ग्रांट देहरादून के एयरपोर्ट आना होगा जहा से डायरेक्ट दिल्ली, मुंबई, जयपुर, चंडीगढ़के लिए फ्लाइट चलती है। जोली ग्रांट एयरपोर्ट से बुद्धा टेम्पल देहरादून Buddha Temple Dehradun की दुरी लगभग किलोमीटर 33.5 की है। जो थोड़ा ज्यादा है। आपको वहा से देहरादून ISBT के लिए बस मिल जाएगी वहा से आप बुद्धा टेम्पल के लिए ऑटो लेकर जा सकते है।

Address and location of Buddha Temple Dehradun बुद्धा टेम्पल का पता और स्थान

पता

माइंड्रोलिंग मठ (Mindrolling Monastery)
क्लेमेंट टाउन,
देहरादून,
उत्तराखंड – 248002,
भारत।

स्थान

माइंड्रोलिंग मठ देहरादून शहर के दक्षिणी हिस्से में स्थित है और यहाँ पहुंचने के लिए विभिन्न यातायात साधन उपलब्ध हैं। यह स्थान देहरादून रेलवे स्टेशन और देहरादून के मुख्य बस अड्डे से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

Buddha Temple Dehradun Map or Guide बुद्धा टेम्पल का नक्शा और मार्गदर्शन

बुद्ध मंदिर का स्थान गूगल मैप्स पर आसानी से देखा जा सकता है। आप गूगल मैप्स या अन्य नेविगेशन ऐप्स का उपयोग कर सही मार्ग की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। हमने आपको गूगल मैप सजा किया है इसकी सहायता से आप बहुत आसानी से बुद्धा टेम्पल पहुंच जायँगे।

बुद्धा टेम्पल की स्थापना कब और किसने कराई थी?

बुद्धा टेम्पल की स्थापना सन्न 1965 के अंत में कोचेन रिनपोछे और कुछ अन्य भिक्षुओं द्वारा कराई गयी थी।

बुद्धा टेम्पल में किस भगवान की पूजा होती है?

बुद्धा टेम्पल में भगवान बुद्ध की पूजा की जाती है।

बुद्धा टेम्पल में भगवान बुद्ध की उचाई कितनी है?

बुद्धा टेम्पल में भगवान बुध की 103 फुट की प्रतिमा है।

भगवान बुद्ध किसका अवतार है?

भगवान बुद्ध भगवान विष्णु का अवतार है।

बुद्ध की मृत्यु कहाँ हुई थी वह स्थान अब कहां है?

बौद्ध ग्रंथों के मुताबिक़ ऐसा बताया गया है की भगवान बुद्ध की मृत्यु ककुत्था नदी को पार करने के कुछ दूर जाने बाद कुशीनगर नामक एक वन क्षेत्र मे हुई थी।

देहरादून का बुद्धा टेम्पल किसलिए प्रसिद्द है?

बुद्धा टेम्पल अपनइ धर्म के प्रति निम्लिखित गतिविधियों और रुचियों के लिए प्रसिद्ध है।

दोस्तों हम उम्मीद करते है कि आपको बुद्धा टेम्पल देहरादून Buddha Temple Dehradun की पूरी जानकारी के बारे में पढ़कर आनंद आया होगा।

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बुद्धा टेम्पल देहरादून Buddha Temple Dehradun की और अधिक जानकारी के लिए आप हमारी इस वीडियो भी देख सकते है। जिसमे हमने पूरी जानकारी दी हुई है।

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