Mumbai Zoo History in Hindi : मुंबई शहर के बीचो बिच केंद्र में स्थित जू मुंबई शहर के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में से एक है। जहा पर हर साल लाखो पर्यटक घूमने के लिए आते है। आपको बता दे की मुंबई का जू वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान और चिड़ियाघर के नाम से भी काफी फेमस है। जिसका नाम मराठा साम्राज्य के नायक शिवाजी की माँ के नाम पर रखा गया था। 1861 में निर्मित जू मुंबई का एक ऐसा चिड़ियाघर है जिसे भारत के सबसे पुराने चिड़ियाघरो में से एक माना जाना जाता है। मुंबई जू (Mumbai Zoo) की यात्रा के दौरान आप यहां पर अलग अलग प्रकार के पशु-पक्षी जैसे शेर, बंदर, मगरमच्छ, हाथी, चिड़िया और कई अन्य जंगली जानवरों और पक्षियों को भी देख सकते हैं।Mumbai Zoo History in Hindi

दोस्तों अगर आप भी अपनी फैमली, बच्चों या फ़िर फ्रेंड्स के साथ मुंबई जू घूमने के प्लान बना रहे है। तो मुंबई जू चिड़ियाघर के बारे में और अधिक डिटेल में जानने के लिए आप हमारे आज के इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े।

Table of Contents

History of Mumbai Zoo in Hindi (मुंबई जू का इतिहास)

अगर हम मुंबई जू या फिर कह सकते है की भारत के सबसे प्रसिद्ध चिड़ियाघर की बारे में बात करें तो इस चिड़ियाघर का इतिहास लगभग 151 साल से भी अधिक पुराना है। मुंबई के जू (Mumbai Zoo) का निर्माण लगभग 1861 में किया गया था। तब इस चिड़ियाघर का नाम तत्कालीन साम्राज्ञी, महारानी विक्टोरिया के नाम पर रखा गया था। हलाकि कुछ वर्षो बाद इस चिड़ियाघर को रानीची बाग़ के नाम से भी पुकारा जाने लगा।

Mumbai Zoo History in Hindi

ऐसा भी कहा जाता है की कुछ बर्षो के पश्चात यहूदी व्यवसायी श्री डेविड सैसन द्वारा इस चिड़ियाघर को मुंबई सरकार को दान में दे दिया गया था। उसके बाद से ही यह जू मुंबई नगर निगम की देखरेख में है। साथ ही मुंबई सरकार ने इसका नाम बदलकर वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान कर दिया है।

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Flora and Fauna at Mumbai Zoo in Hindi (मुंबई चिड़ियाघर में पाए जाने वाले जीव और वनस्पति)

मुंबई का यह चिड़ियाघर लगभग 48 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ हैं। इस चिड़ियाघर में आपको लगभग 180 से अधिक स्तनधारियों, 500 से अधिक पक्षियों और 40 से अधिक सरीसृपों का आश्रय स्थल देखने को मिलेगा। इसके आलावा आपको यहां पर अनेको प्रकार के पेड़ों की लगभग 3000 से अधिक प्रजातियाँ भी देखने को मिलेगी। जिनमें से अधिकांश दुर्लभ हैं। वर्तमान में इस चिड़ियाघर में सबसे ज्यादा शेर, चिता, लकड़बग्घा, लोमड़ी, बंदर, दरियाई घोड़े, मॉनिटर छिपकली, काले हिरन, भालू , मगरमच्छ और लंगूर जैसे जानवरों का स्थल है।Mumbai Zoo History in Hindi

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इस चिड़ियाघर में दो बड़े हाथियों के लिए एक खुला बाड़ा है। जिन्हें अनारकली और लक्ष्मी के नाम से जाना जाता है। वही दूसरा काले चित्तीदार हिरणों के एक समूह के लिए एक खुला बाड़ा है। इस चिड़ियाघर में सांपों की कई सारी दुर्लभ प्रजातियां भी थीं, लेकिन कुछ साल पहले यहां पर बोआ के लापता होने की एक ऐसी घटना को देखने के बाद, रेप्टाइल हाउस को बंद कर दिया गया था। यहां पर कम ज्ञात प्रजातिया जैसे भारतीय धारीदार लकड़बग्घे, ढोल या जंगली कुत्तों के लिए अलग-अलग घर हैं। इस चिड़ियाघर में अल्बिनो कौवे, राजहंस और मोर भी देखे जा सकते हैं।

Dr. Bhau Daji Lad Museum in Hindi (डॉ भाऊ दाजी लाड संग्रहालय)

मुंबई के जू पार्क में डॉ भाऊ दाजी लाड का एक ऐसा संग्रहालय बना हुआ है। जो यहां पर आने वाले सभी पर्यटकों को अपनी और बेहद आकर्षित करता है। यहां हम यह भी कह सकते है की यह संग्रहालय मुंबई ज़ू (Mumbai Zoo) का एक प्रमुख आकर्षण है। डॉ भाऊ दाजी लाड संग्रहालय मूल रूप से 1855 में लॉर्ड एल्फिंस्टन द्वारा बंबई के पहले संग्रहालय के रूप में स्थापित किया गया था। और इसे जॉर्ज बस्ट की पहल से प्राकृतिक इतिहास, भूविज्ञान, अर्थव्यवस्था, उद्योग और कला का केंद्रीय संग्रहालय कहा जाता है।Mumbai Zoo History in Hindi

आपको बता दे की इस संग्रहालय में ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व की कलाकृतियों और अवशेषों जैसे चांदी, कांस्य और तांबे के बर्तन, मिट्टी के मॉडल, वेशभूषा और अतीत के हथियारों का एक विशाल संग्रह प्रदर्शित करता है। इस संग्रहालय में सबसे उल्लेखनीय संपत्तियों में से एक हातिम ताई की 17वीं शताब्दी की एक पांडुलिपि और एलिफेंटा द्वीप के बाहर से उत्पन्न एक अखंड बेसाल्ट हाथी की बरामद संरचना भी यहाँ मौजूद है।

Penguins at Mumbai Zoo in Hindi (मुंबई चिड़ियाघर में पेंगुइन)

इस पार्क में आप जब भी अपनी फॅमिली बच्चे या फ़िर फ्रेंड्स के साथ घूमने के लिए आते है तो यहां पर एक चीज जो आपको अपनी तरफ सबसे ज्यादा आकर्षित करेगी वो है। पेंगुइन बाड़ा, जी हां यहां पर सियोल, दक्षिण कोरिया से लाए गए 3 नर, 3 मादा और 2 शिशु पेंगुइन का घर है। ये पेंगुइन यहाँ पर आने वाले सभी पर्यटको और बच्चो को अपनी तरफ बहुत खूब मनोरंजित करती है। इसीलिए जब भी आप मुंबई शहर घूमने के लिए आते है। मुंबई ज़ू Mumbai Zoo में घूमने के लिए जरूर जाये।

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Timings of Mumbai zoo in Hindi (वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान की टाइमिंग)

दोस्तों किसी भी शहर के पर्यटक स्थलों में घूमने के लिए आपको सबसे पहले वहा की टाइमिंग सर्च करनी बहुत जरुरी है। यदि आप अपनी फॅमिली या फिर फ्रेंड्स के साथ मुंबई जू (Mumbai Zoo) या वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान घूमने जाने वाले है। तो यह चिड़ियाघर सप्ताह के प्रत्येक दिन सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है। इस समय के दौरान आप यहां पर कभी भी घूमने के लिए आ सकते है।

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Entry Fee of Mumbai Zoo in Hindi (मुंबई जू की एंट्री फीस)

मुंबई ज़ू यहां वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान की एंट्री फीस की बात करे तो यहां पर 25 रूपये से लेकर 50 रूपये तक की एंट्री फीस है

  • 3 साल से 12 साल तक के बच्चो के लिए : 25 रूपये एंट्री फीस
  • 12 साल से उपर वाले पर्यटकों के लिए : 50 रूपये एंट्री फीस

Best time to visit Mumbai zoo History in Hindi (मुंबई जू घूमने जाने का सबसे अच्छा समय)

वैसे तो मुंबई का ज़ू पार्क या फिर वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान पार्क पूरे साल ही खुला रहता है। और अगर आप यहाँ पर घूमने के लिए प्लान बना रहे है। तो गर्मी और सर्दी का मौसम यहां पर घूमने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। क्योंकि इस मौसम में अधिक से अधिक पशु-पक्षी चिड़ियाघर में प्रवास करते हैं। इसके अलावा अगर आप सर्दियों के समय यहां पर घूमने के लिए आते है। तो आपको यहां पर विभिन्न प्रकार के जीव-जंतु धूप सेकते हुए भी नजर आ सकते है।

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Best Places To Visit Around Mumbai zoo in Hindi (मुंबई जू केआसपास घूमने की जगहें)

दोस्तों अगर आप मुंबई शहर में घूमने की प्लानिंग करते है। तो हम आपको बता दे की मुंबई ज़ू या फिर वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान के नजदीक घूमने के लिए मुंबई में और भी बहुत सारी जगह मौजूद है। जहा पर जाकर आप अपनी यात्रा को और भी खूबसूरत और यादगार बना सकते हैं। जिसके ऊपर हमने अलग-अलग आर्टिकल लिखे हुए है। आप चाहे तो निचे क्लिक करके इन सभी आर्टिकल को भी पढ़ सकते है।

Mumbai zoo Hotels in Hindi (मुंबई जू के पास रुकने के लिए होटल्स)

देखिये अगर आप मुंबई जू की ट्रिप पर आ रहे है तो आपको बता दे की यहां पर पर्यटकों के लिए सभी तरह के लॉड्ज़ और होटल्स उपलब्ध है। जहा पर आप अपनी ट्रिप के दौरान रुक कर विश्राम कर सकते है या फिर मुंबई की और जगह घूमने के लिए नाईट में स्टे भी कर सकते है। बजट की बात करे तो आपको यहां पर 800 रूपये से लेकर 2500 रूपये तक के होटल्स पर डे के हिसाब से मिल जायेगे।

Mumbai Zoo History in Hindi

How to reach Mumbai Zoo in Hindi (मुंबई चिड़ियाघर केसे पहुचें)

भारत की राजधानी दिल्ली सिटी देश के सबसे विकसित शहरों में से एक है जिसकी वजह से दिल्ली सिटी फ्लाइट, ट्रेन और सड़क मार्ग द्वारा भारत के लगभग सभी शहरों से बहुत अच्छी तरह से कनेक्ट है यहाँ पर पर्यटन बड़े आसानी से फ्लाइट, ट्रेन या सड़क मार्ग से ट्रेवल करके कही भी बड़ी आसानी से आ जा सकते है।

How to reach Mumbai Zoo by flight in Hindi (फ्लाइट से मुंबई जू केसे जाएँ)

मुंबई में तीन हवाई अड्डे है पहला अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दूसरा छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा और तीसरा सांता क्रूज घरेलू हवाई अड्डा। अगर आप फ्लाइट के जरिये मुंबई आना चाहते है तो हम आपको बता दे मुंबई में स्थित छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा देश का मुख्य हवाई अड्डा है जिसके लिए भारत के लगभग सभी एयरपोर्ट्स से फ्लाइट उपलब्ध है। यहां से आपको मुंबई जू Mumbai Zoo या वीरमाता जीजाबाई भोसले उद्यान के लिए टैक्सी, शेयरिंग टैक्सी, बस स्थासनीय वाहन, या फिर ऑटो बड़े आराम से मिल जायँगे।Mumbai Zoo History in Hindi

How to reach Mumbai Zoo by train in Hindi (ट्रेन से मुंबई जू केसे पहुचें)

अगर आप मुंबई ज़ू घूमने के लिए आ रहे है तो ट्रेन का सफर भी आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन है। क्योंकि मुंबई ज़ू चिड़ियाघर भायखला रेलवे स्टेशन के बिल्कुल विपरीत दिशा में स्थित है। भारत के लगभग सभी बड़े शहरो से मुंबई सेंट्रल तक के लिए ट्रैन चलती है। और वहा से आप मुंबई की लोकल ट्रैन में बैठकर भायखला रेलवे स्टेशन पहुंच सकते है। पर्यटकों के लिए इस रेलवे स्टेशन से कुछ ही दुरी पर मुंबई जू पार्क है जहा पर आप 10 से 15 मिनट का सफर करके पैदल भी जा सकते है। या फिर पश्चिम रेलवे मार्ग स्टेशन मुंबई सेंट्रल है जहां से आप सीधा एक टैक्सी करके मुंबई ज़ू यानि की चिड़ियाघर जा सकते है।

Mumbai Zoo History in Hindi

How to reach Mumbai Zoo by road in Hindi (सड़क मार्ग से मुंबई जू केसे जायें)

दोस्तों अगर आप फ्लाइट या ट्रेन से यात्रा नहीं करना चाहते है। तो आपके पास सड़क मार्ग का रास्ता भी है। देश के विभिन्न- विभिन्न राज्यों से मुंबई के लिए बसें भी संचालित की हुई है। जिनसे द्वारा यात्रा करके आप आसानी से मुंबई ज़ू आ सकते है। मुंबई पहुचने के बाद आपके पास मुंबई ज़ू तक के जाने के लिए कई विकल्प होंगे जैसे की आप मेट्रो, ऑटो या एक केब बुक करके सीधा मुंबई जू आ सकते है। इन सबके अलावा अगर आपके पास अपनी पर्सनल कार है तो आप उससे भी मुंबई जू घूमने के लिए आ सकते है।Mumbai Zoo History in Hindi

Mumbai Zoo Map in Hindi (मुंबई जू का मेप)

हमने आपको मुंबई ज़ू तक के जाने के लिए मैप साजा किया हुआ है।

दोस्तों हम उम्मीद करते है कि आपको Mumbai Zoo History in Hindi मुंबई जू का इतिहास और घूमने की पूरी जानकारी के बारे में पढ़कर आनंद आया होगा।

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